Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

सत्य की खोज

मैं ही नहीं चला था राह में तूझें खोजनें
सारा संसार निकल पड़ा है,
है सत्य तु किस राह को निकल पडा़ है।

धरती ढुंढी ,अंबर ढुंढा ,ढुंढा सारा पाताल
क्या इतना पडा़ है जगत में तेरा अकाल।

तूझें धनवानों में ढुंढा, झोंपडी के मकानों में ढुंढा
शिक्षा के गुरुओं में ढुंढा, पंडितों के गुरुर में ढुंढा
ढूंढा अफसरों की ओफिस में ,मजदुर की कोशिश में।

हर जगह छल,कपट और असत्य की राह पड़ी थी,
जानें कौन से सत्य की सबनें राह चुनी थी।

सोचता रह गया “सोनु सुगंध” ये सत्य को कहाँ पाउंगा,
इसकी खोज में जानें कहाँ कहाँ जाउंगा।

फिर भीतर एक आवाज आयी
मैं ही सत्य हुँ मेरे भाई
तेरे भीतर ही मैं समाया हुँ
बस थोड़ा मुश्किल मार्ग अपनाया हुँ।

मुझकों दर दर न खोज
मैं तो मिलता तुझें हर रोज ।

जब खुद तु सत्य किसी से कह जायेगा
वापस सत्य को ही हमेशां पायेगा।
मैं तो ईश्वर की भक्ति में हुँ
तेरे भीतर की शक्ति में हुँ।

Language: Hindi
89 Views
Books from Sonu sugandh
View all

You may also like these posts

मतदान
मतदान
Dr. Vaishali Verma
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
कृष्णकांत गुर्जर
ग़ज़ल _ मुहब्बत के दुश्मन मचलते ही रहते ।
ग़ज़ल _ मुहब्बत के दुश्मन मचलते ही रहते ।
Neelofar Khan
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आशा
आशा
Nutan Das
.
.
Amulyaa Ratan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*वक़्त का एहसान*
*वक़्त का एहसान*
Pallavi Mishra
- मुझको बचपन लौटा दो -
- मुझको बचपन लौटा दो -
bharat gehlot
मीठी बोली
मीठी बोली
D.N. Jha
ब्रह्म तत्व है या पदार्थ या फिर दोनों..?
ब्रह्म तत्व है या पदार्थ या फिर दोनों..?
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"कुछ अइसे करव"
Dr. Kishan tandon kranti
बेटियां ही अपने बाप के लिए एक सर्वश्रेष्ठ परिचय होती हैं
बेटियां ही अपने बाप के लिए एक सर्वश्रेष्ठ परिचय होती हैं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मौहब्बत अक्स है तेरा इबादत तुझको करनी है ।
मौहब्बत अक्स है तेरा इबादत तुझको करनी है ।
Phool gufran
मैं नशे में हूँ !
मैं नशे में हूँ !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
Buddha Prakash
केवल पुस्तक से नहीं,
केवल पुस्तक से नहीं,
sushil sarna
*प्यासी धरती को मिला, वर्षा का उपहार (कुंडलिया)*
*प्यासी धरती को मिला, वर्षा का उपहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आदर्श लौट आऐं
आदर्श लौट आऐं
Shutisha Rajput
"सत्य अमर है"
Ekta chitrangini
चलते रहने वालों की है, पहचान इस दुनिया में
चलते रहने वालों की है, पहचान इस दुनिया में
पूर्वार्थ
कीजिए संकल्प
कीजिए संकल्प
*प्रणय*
असफलता अनाथ होता है।
असफलता अनाथ होता है।
Dr.Deepak Kumar
अतीत की कुछ घटनाएं भविष्य का भी सब कुछ बर्बाद कर देती हैं, म
अतीत की कुछ घटनाएं भविष्य का भी सब कुछ बर्बाद कर देती हैं, म
Ritesh Deo
स्वयं को संत कहते हैं,किया धन खूब संचित है। बने रहबर वो' दुनिया के
स्वयं को संत कहते हैं,किया धन खूब संचित है। बने रहबर वो' दुनिया के
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
आर.एस. 'प्रीतम'
2617.पूर्णिका
2617.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
ज़िंदगी पर यक़ीन आ जाता ,
ज़िंदगी पर यक़ीन आ जाता ,
Dr fauzia Naseem shad
जिन्दगी की हकीकत
जिन्दगी की हकीकत
dr rajmati Surana
Loading...