ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
आध्यात्मिक शक्ति व नैतिक मूल्यों से ध्यान से मानसिक शांति मि
लेखनी से आगे का स्त्रीवाद
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सुकून मिलता है तेरे पास होने से,
हौसला है कि टूटता ही नहीं ,
"In the tranquil embrace of the night,
तलास है उस इंसान की जो मेरे अंदर उस वक्त दर्द देख ले जब लोग
ग़ज़ल-जितने घाव पुराने होंगे
ग़मों को रोज़ पीना पड़ता है,
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
जिसे रिश्तों की परवाह नहीं वो,,