उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा ।
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
The Heart Wishes For The Waves.
मायने लफ़्ज़ के नहीं कुछ भी ,
चांदनी की झील में प्यार का इज़हार हूँ ।
मीठा जीतना मीठा हो वह घातक विष बन जाता हैं
"सहर होने को" कई और "पहर" बाक़ी हैं ....
जिंदगी में इतना खुश रहो कि,
कुछ खामोश सी हो गई है कलम ...
अंधेरों से कह दो की भटकाया न करें हमें।
बुंदेली दोहे- गउ (गैया)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Never ever spend your time on people who has lost the capaci
आई वसंत बहार लेके खुशियां अपार
जी हां मजदूर हूं
Anamika Tiwari 'annpurna '