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13 Apr 2024 · 1 min read

“सभी के काम तुम आओ”

डॉ लक्ष्मण झा परिमल
=================================
बहुत छोटा सा है जीवन कोई तुम काम कर डालो !
रहो तुम साथ ही सबके सभी के काम तुम आओ !!

बने तुम दोस्त जिनके भी ,
सदा तुम साथ ही रहना !
ख्यालों में कभी उनसे ,
नहीं तकरार तुम करना !!
बहुत छोटा सा है जीवन कोई तुम काम कर डालो ,
रहो तुम साथ ही सबके सभी के काम तुम आओ !!

कभी खुलकर वो पुछे तो ,
उसे खुलकर बताना तुम !
नज़र अंदाज़ भूले से ,
कभी भूले न करना तुम !!
बहुत छोटा सा है जीवन कोई तुम काम कर डालो !
रहो तुम साथ ही सबके सभी के काम तुम आओ !!

कभी भी व्यस्तता कहकर ,
उसे निराश ना करना !
समय कुछ देर लग जाए ,
उसे असंतुष्ट ना करना !!
बहुत छोटा सा है जीवन कोई तुम काम कर डालो !
रहो तुम साथ ही सबके सभी के काम तुम आओ !!

समय सबको बराबर ही ,
मिला करता है जीवन में !
करेंगे काम सब पूरा ,
खिलेंगे फूल आँगन में !!
बहुत छोटा सा है जीवन कोई तुम काम कर डालो !
रहो तुम साथ ही सबके सभी के काम तुम आओ !!

सफल जीवन में जब होंगे ,
अगर साथी मिले प्यारा !
रहे मंज़िल अगर धूमिल ,
सफर कट जाएगा न्यारा !!

बहुत छोटा सा है जीवन कोई तुम काम कर डालो !
रहो तुम साथ ही सबके सभी के काम तुम आओ !!
===================================
डॉ लक्ष्मण झा परिमल
साउंड हैल्थ क्लीनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका ,झारखंड
भारत
13.04.2024

Language: Hindi
1 Like · 91 Views

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