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21 Feb 2024 · 1 min read

राहों में खिंची हर लकीर बदल सकती है ।

राहों में खिंची हर लकीर बदल सकती है ।
अंधियारे ख्वाबों की ताबीर बदल सकती है ।
जब भी उठेंगे ये हाथ दुआओं के लिए मेरे मौला ।
तो दुआऐ भी एक दिन तक़दीर बदल सकती है ।।
Phool gufran

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