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18 Feb 2024 · 1 min read

तुम्हारे लिए

तुम्हारे लिए
मेरा प्रेम…
अनुत्तरित यद्यपि,
फिर भी
एक अद्भुत एहसास..
एक अलौकिक,
संपूर्ण, शाश्वत
मुक्कमल इंतजार
इस जन्म से उस जन्म तक
फिर भी..
बस प्यार..
और सिर्फ प्यार…..

हिमांशु Kulshrestha

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