Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2024 · 1 min read

जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ !!

जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ !!
तव चरणों में झुक जाते हैं
अनुदिन अनुक्षण अनगिनत माथ

तुम जगपालक ! जगउद्धारक !!
तुम जगसर्जक ! जगसंहारक !!
तुम दीनबंधु ! करुणानिधान !!
देते हो सबका सदा साथ
जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ !!

तुम कृपा सदा सब पर करते
सबमें आनंद भाव भरते
वह धन्य धन्य हो जाता है
रख देते जिसके शीश हाथ
जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ !!

अनगिनत भक्त करते नर्तन
आते हैं , गाते गीत भजन
तव चरणों पर झुककर होते
हैं कोटि कोटि नर्तक सनाथ
जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ !!

© – महेश चन्द्र त्रिपाठी

Language: Hindi
Tag: गीत
120 Views
Books from महेश चन्द्र त्रिपाठी
View all

You may also like these posts

"कविता"
Dr. Kishan tandon kranti
जिसे चाहा था खुद से भी जादा उसी को पा ना सका ।
जिसे चाहा था खुद से भी जादा उसी को पा ना सका ।
Nitesh Chauhan
गीत
गीत
Mahendra Narayan
*माता हीराबेन (कुंडलिया)*
*माता हीराबेन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
Keshav kishor Kumar
सेवा कार्य
सेवा कार्य
Mukesh Kumar Rishi Verma
एक खाली बर्तन,
एक खाली बर्तन,
नेताम आर सी
4259.💐 *पूर्णिका* 💐
4259.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मन भारी है
मन भारी है
Ruchika Rai
गजानंद जी
गजानंद जी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
पर्वत के जैसी हो गई है पीर  आदमी की
पर्वत के जैसी हो गई है पीर आदमी की
Manju sagar
उलझनें रूकती नहीं,
उलझनें रूकती नहीं,
Sunil Maheshwari
सोचा था तुम तो-------------
सोचा था तुम तो-------------
gurudeenverma198
ज़िंदगी इसमें
ज़िंदगी इसमें
Dr fauzia Naseem shad
बदलना न चाहने वाले को आप कभी बदल नहीं सकते ठीक उसी तरह जैसे
बदलना न चाहने वाले को आप कभी बदल नहीं सकते ठीक उसी तरह जैसे
पूर्वार्थ
अपना रस्ता खुद बना सको
अपना रस्ता खुद बना सको
rubichetanshukla 781
# विचार
# विचार
DrLakshman Jha Parimal
निवास
निवास
Rambali Mishra
ग़ज़ल-अपनी ही एक ख़ुमारी है !
ग़ज़ल-अपनी ही एक ख़ुमारी है !
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
लौह पुरुष
लौह पुरुष
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*मैं भी कवि*
*मैं भी कवि*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
Rituraj shivem verma
होता है हर किसी को किसी बीती बात का मलाल,
होता है हर किसी को किसी बीती बात का मलाल,
Ajit Kumar "Karn"
हर दिल में एक रावण
हर दिल में एक रावण
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ब्रह्म तत्व है या पदार्थ या फिर दोनों..?
ब्रह्म तत्व है या पदार्थ या फिर दोनों..?
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
:====:इंसान की अकड़:====:
:====:इंसान की अकड़:====:
Prabhudayal Raniwal
जाने क्यों भाता नहीं,
जाने क्यों भाता नहीं,
sushil sarna
गांधीजी का भारत
गांधीजी का भारत
विजय कुमार अग्रवाल
!! एक ख्याल !!
!! एक ख्याल !!
Swara Kumari arya
कविता बिन जीवन सूना
कविता बिन जीवन सूना
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Loading...