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31 Jan 2024 · 1 min read

हमारी चाहत तो चाँद पे जाने की थी!!

हमारी चाहत तो चाँद पे जाने की थी!!
क्या करे ए ग़ालिब, नशा ए मोहब्बत उतरता ही नहीं
By Mr Sunil

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