Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2023 · 1 min read

2839.*पूर्णिका*

2839.*पूर्णिका*
🌷 हम अपने में मस्त रहते हैं🌷
22 22 22 22
हम अपने में मस्त रहते हैं ।
लोग यहाँ सब व्यस्त रहते हैं ।।
किसने नापा सागर गहरा।
सुधरे बिगड़े पस्त रहते हैं ।।
अरमाँ अपनी करते पूरी ।
दुनिया देखो ध्वस्त रहते हैं ।।
मिट जाती है रंजिश दिल की ।
लोग परेशां त्रस्त रहते हैं ।।
किस्मत बदल दे खेदू हरदम ।
सच संग वरद हस्त रहते हैं ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
20-12-2023बुधवार

199 Views

You may also like these posts

हाइपरटेंशन(ज़िंदगी चवन्नी)
हाइपरटेंशन(ज़िंदगी चवन्नी)
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रुख के दुख
रुख के दुख
Santosh kumar Miri
"कंजूस"
Dr. Kishan tandon kranti
#अद्भुत_प्रसंग
#अद्भुत_प्रसंग
*प्रणय*
विवाह
विवाह
Shashi Mahajan
वेदों का काव्यात्मक अनुवाद : एक विलक्षण कार्य।
वेदों का काव्यात्मक अनुवाद : एक विलक्षण कार्य।
श्रीकृष्ण शुक्ल
विचारों की सुन्दरतम् प्रस्तुति का नाम कविता
विचारों की सुन्दरतम् प्रस्तुति का नाम कविता
कवि रमेशराज
तुम घर से मत निकलना - दीपक नीलपदम्
तुम घर से मत निकलना - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
जून का महीना जो बीतने वाला है,
जून का महीना जो बीतने वाला है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुकाम जब मिल जाए, मुकद्दर भी झुक जाता है,
मुकाम जब मिल जाए, मुकद्दर भी झुक जाता है,
पूर्वार्थ
आज नहीं तो कल मै जागू
आज नहीं तो कल मै जागू
Buddha Prakash
जिंदगी का फ़लसफ़ा
जिंदगी का फ़लसफ़ा
मनोज कर्ण
ज़िंदगी से जितना हम डरते हैं,
ज़िंदगी से जितना हम डरते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
शेखर सिंह
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
World Environment Day
World Environment Day
Tushar Jagawat
उज्ज्वल भविष्य हो पूरी दिल की हर चाहत हो आप सभी लोगों को सहृ
उज्ज्वल भविष्य हो पूरी दिल की हर चाहत हो आप सभी लोगों को सहृ
Rj Anand Prajapati
गूंगे दे आवाज
गूंगे दे आवाज
RAMESH SHARMA
मुखौटा
मुखौटा
Ashwini sharma
ऋषि का तन
ऋषि का तन
Kaviraag
मैं और सिर्फ मैं ही
मैं और सिर्फ मैं ही
Lakhan Yadav
4188💐 *पूर्णिका* 💐
4188💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गॉड पार्टिकल
गॉड पार्टिकल
Girija Arora
जब सब्र आ जाये तो....
जब सब्र आ जाये तो....
shabina. Naaz
थोङी थोड़ी शायर सी
थोङी थोड़ी शायर सी
©️ दामिनी नारायण सिंह
In Love, Every Pain Dissolves
In Love, Every Pain Dissolves
Dhananjay Kumar
*हटता है परिदृश्य से, अकस्मात इंसान (कुंडलिया)*
*हटता है परिदृश्य से, अकस्मात इंसान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
झील किनारे
झील किनारे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मेरे कफन को रहने दे बेदाग मेरी जिंदगी
मेरे कफन को रहने दे बेदाग मेरी जिंदगी
VINOD CHAUHAN
विनती
विनती
Saraswati Bajpai
Loading...