Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Nov 2023 · 2 min read

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ

यूं न बुझाओ मुझे ,
कि मैं एक जलता दिया हूं ।
एक नन्ही सी परी हूं,
एक प्यारी सी चिड़िया हूं।।
अपनी मधुर आवाज से,
सारा आंगन महका दूंगी।
चीं ची करके सारे घर को,
खुशियों से बिखरा दूंगी।।
इस दुनिया में आने का,मुझे भी मौका तो दो।
भ्रूण हत्या करके कृपया, ईश्वर को धोखा न दो।।
इस दुनिया में आने का, मुझे भी मौका तो दो।
जननी हूं जग की,
सारे जग का आधार हूं।
मुझसे ही जिन्दगी है,
मैं ही तो परिवार हूं।।
क्या बेटा क्या बेटी,
जग में दोनो समान है।
यूं न मारो मुझे कि,
अब मुझमें भी प्राण है।
जिंदगी का उपहार मुझे भी, अनोखा तो दो।
भ्रूण हत्या करके ईश्वर को कृपया धोखा न दो।।
इस दुनिया में आने का,मुझे भी मौका तो दो।
सोच पुरानी लेकर बैठे,
रहोगे कब तक
कैसे बढ़ेगा आगे वंश,
बेटियां न होगी जब तक।
शिक्षा की रोशनी से
बदल दो इस समाज को,
जो फैलाए भेदभाव
रोक दो उस रिवाज को।
अब बेटियों को तुम एक नया तोहफा तो दो।
भूर्ण हत्या करके ईश्वर को कृपया धोखा न दो।।
इस दुनिया में आने का,मुझे भी मौका तो दो।
मत छीनो इनसे ये अधिकार ,
इनको भी लेने दो आकार,
ये न हो तो कैसा जीवन
थोड़ा तुम भी करो विचार,
जीवन देकर के इनको तुम,
कुछ अच्छा तो कर्म करो,
ईश्वर भी खुश हो जाए,
कुछ ऐसा तो धर्म करो।
अपने पाप पुण्य का उसे लेख जोखा तो दो।
भूर्ण हत्या करके ईश्वर को कृपया धोखा न दो।।
इस दुनिया में आने का,मुझे भी मौका तो दो।
@साहित्य गौरव

Language: Hindi
1 Like · 322 Views

You may also like these posts

सबने सब कुछ लिख दिया, है जीवन बस खेल।
सबने सब कुछ लिख दिया, है जीवन बस खेल।
Suryakant Dwivedi
आने वाला युग नारी का
आने वाला युग नारी का
महेश चन्द्र त्रिपाठी
परिमल पंचपदी---
परिमल पंचपदी---
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
# खरी  बात
# खरी बात
DrLakshman Jha Parimal
मैं हूँ आज यहाँ दूर
मैं हूँ आज यहाँ दूर
gurudeenverma198
आ जाये मधुमास प्रिय
आ जाये मधुमास प्रिय
Satish Srijan
तुझसे शिकायत है ए जिंदगी
तुझसे शिकायत है ए जिंदगी
Narendra Narendra
ऊँची पहाड़ियों पर भी बर्फ पिघलते हैं,
ऊँची पहाड़ियों पर भी बर्फ पिघलते हैं,
Mr. Jha
Baat faqat itni si hai ki...
Baat faqat itni si hai ki...
HEBA
4598.*पूर्णिका*
4598.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शिवनाथ में सावन
शिवनाथ में सावन
Santosh kumar Miri
ख़ुद की हस्ती मिटा कर ,
ख़ुद की हस्ती मिटा कर ,
ओसमणी साहू 'ओश'
"इंसान, इंसान में भगवान् ढूंढ रहे हैं ll
पूर्वार्थ
" मुद्रा "
Dr. Kishan tandon kranti
*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*
*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सीता के बूंदे
सीता के बूंदे
Shashi Mahajan
ओ पथिक तू कहां चला ?
ओ पथिक तू कहां चला ?
Taj Mohammad
गवाही देंगे
गवाही देंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सीखा दे ना सबक ऐ जिंदगी अब तो, लोग हमको सिर्फ मतलब के लिए या
सीखा दे ना सबक ऐ जिंदगी अब तो, लोग हमको सिर्फ मतलब के लिए या
Rekha khichi
सृष्टि की उत्पत्ति
सृष्टि की उत्पत्ति
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मग़रिबी और मशरिक तो क्या सारे जहान में शुमार है जिसका ।
मग़रिबी और मशरिक तो क्या सारे जहान में शुमार है जिसका ।
Phool gufran
मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही।
मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही।
सत्य कुमार प्रेमी
भारत के वीर जवान
भारत के वीर जवान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
" काले सफेद की कहानी "
Dr Meenu Poonia
मुखौटा
मुखौटा
Ashwini sharma
बता देना।
बता देना।
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
घर की मृत्यु.
घर की मृत्यु.
Heera S
मिल कर उस से दिल टूटेगा
मिल कर उस से दिल टूटेगा
हिमांशु Kulshrestha
बाल कविता: मछली
बाल कविता: मछली
Rajesh Kumar Arjun
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...