Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2023 · 1 min read

“किरायेदार”

“किरायेदार”
बदन तो है मिट्टी का
साँसें सारी उधार है,
घमण्ड किस बात का
भूलो मत
हम सब किरायेदार हैं।

7 Likes · 4 Comments · 602 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

गंगा दशहरा
गंगा दशहरा
Seema gupta,Alwar
”बंदगी”
”बंदगी”
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
देखों, हम दलितों का, ऐसा यह मोहल्ला है
देखों, हम दलितों का, ऐसा यह मोहल्ला है
gurudeenverma198
- कोरा सा जीवन मेरा -
- कोरा सा जीवन मेरा -
bharat gehlot
सही कहा है
सही कहा है
पूर्वार्थ
वो हर रोज़ आया करती है मंदिर में इबादत करने,
वो हर रोज़ आया करती है मंदिर में इबादत करने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पकड़कर हाथ छोटा बच्चा,
पकड़कर हाथ छोटा बच्चा,
P S Dhami
दिल को यूं भी सुकून देते हैं।
दिल को यूं भी सुकून देते हैं।
Dr fauzia Naseem shad
वृद्धिसमानिका छंद (22 मात्रा) , विधान सउदाहरण
वृद्धिसमानिका छंद (22 मात्रा) , विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
नववर्ष का सम्मान
नववर्ष का सम्मान
Sudhir srivastava
*किताब*
*किताब*
Dushyant Kumar
जिस नारी ने जन्म दिया
जिस नारी ने जन्म दिया
VINOD CHAUHAN
लोगों को और कब तलक उल्लू बनाओगे?
लोगों को और कब तलक उल्लू बनाओगे?
Abhishek Soni
स्वयं को
स्वयं को "अद्यतन" रखने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है "अध्ययन।"
*प्रणय*
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
डॉ.सीमा अग्रवाल
दिल की प्यारी
दिल की प्यारी
जय लगन कुमार हैप्पी
जिस भी समाज में भीष्म को निशस्त्र करने के लिए शकुनियों का प्
जिस भी समाज में भीष्म को निशस्त्र करने के लिए शकुनियों का प्
Sanjay ' शून्य'
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
फूल
फूल
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*साँसों ने तड़फना कब छोड़ा*
*साँसों ने तड़फना कब छोड़ा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रिश्ते
रिश्ते
Ashwini sharma
मत बॉंधो मुझे
मत बॉंधो मुझे
Namita Gupta
"पुरानी तस्वीरें"
Lohit Tamta
वंदना
वंदना
Rajesh Kumar Kaurav
ऐ भगतसिंह तुम जिंदा हो हर एक के लहु में
ऐ भगतसिंह तुम जिंदा हो हर एक के लहु में
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
काव्य में अलौकिकत्व
काव्य में अलौकिकत्व
कवि रमेशराज
दुश्मन उसके बाढ़ और सूखा
दुश्मन उसके बाढ़ और सूखा
Acharya Shilak Ram
भजन- कावड़ लेने आया
भजन- कावड़ लेने आया
अरविंद भारद्वाज
हर एक ईट से उम्मीद लगाई जाती है
हर एक ईट से उम्मीद लगाई जाती है
डॉ. दीपक बवेजा
Loading...