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20 Feb 2024 · 1 min read

फूल

हरित पत्तों की पर्दों में है,
तने के अंत में जीवित है,
शोभा पेड़ की बढ़ाती है,
एक सुंदर फूल जो है,
पर, नज़र जब लोगों की पडती है,
तोड़ दिया जाता है।

काँटा उसका मित्र है,
उस पर किसी की नजर कहां पड़ती है?
जब पंखुड़ियाँ तोड़ने का लालच हुआ है,
लोग तोड़ डालते है,
अपने पसंदीदा पात्रों को भोग लगाते है,
बाद मे अपने पैरों से उसे कुचल देता है,
हाथों से भी मसाला जाता है ।

मधुमक्खी का खाजना हैं,
रस चूसकर छोड़ दिया जाता है,
मुरझाकर भी खिल रहा है.
लोगों को आकर्षित करता है,
इसके आकर्षण से लोग मोहित है,
कई घंटों तक सुंदरता बिखरती रहती है,
फूल बहुत अनोखे हैं ।

मंदिर में भी चढ़ता है,
शुभ कर्म मे भी शगुन बन जाता हैं ,
शव यात्रा में यह अनिवार्य है,
यह हमेशा ताजगी का प्रतीक लगता है,
वह ढोग में प्रसाद की भूमिका निभाती हैं,
एक सुंदर फूल जो है,
सदाबहार फूल दूसरों की सुंदरता बढ़ाता है।

#दिनेश_यादव
काठमाण्डू (नेपाल)
#Hindi_Poetry

Language: Hindi
2 Likes · 140 Views
Books from Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
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