*मकान (बाल कविता)*
मकान (बाल कविता)
एक मकान सभी ने पाया
अच्छा राज इसी से आया
जो मकान के अंदर रहते
गर्मी वर्षा शीत न सहते
आओ एक मकान बनाऍं
पौधे उसमें कई लगाऍं
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 999 761 5451