Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2021 · 1 min read

फिल्म और हकीकत

पता नहीं क्यों ?
लेकिन अब आप अच्छे नहीं लगते.!
आपकी सारी बातें बनावटी ,
और झूठी लगती हैं..!
फिल्मों में निभाए वो किरदार,
जिन्हें देखकर !
हम यह सोचकर बड़े हुए कि,
ऐसे हीं सच्चाई के लिए ,
मैं भी लड़ाई लड़ने को हरदम तैयार रहूँगी,
और जीतुँगी…।
अब झूठे नजर आते हैं।
आपने किरदार निभाए ,
फिर भी आप पर ,
उनका असर नहीं हुआ….।
हमने देखे,
और उनसे प्रभावित हुए…..।
लेकिन आप अब ,
पहले जैसे सम्मानित नहीं लगते।
पता नहीं क्योंं ?
#किसानपुत्री_शोभा_यादव

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 298 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

क्षणिका :
क्षणिका :
sushil sarna
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
Ranjeet kumar patre
आने वाला कल
आने वाला कल
Kaviraag
विजय कराने मानवता की
विजय कराने मानवता की
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
वो पल....!
वो पल....!
Kanchan Alok Malu
जबकि मैं तो चाहता हूँ
जबकि मैं तो चाहता हूँ
gurudeenverma198
शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष,
शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष,
Atul "Krishn"
“दीपावली की शुभकामना”
“दीपावली की शुभकामना”
DrLakshman Jha Parimal
काल का पता नही कब आए,
काल का पता नही कब आए,
Umender kumar
जब एक इंसान ख़ुद को
जब एक इंसान ख़ुद को "महत्वपूर्ण" मान लेता है तो स्वतः ही वो
पूर्वार्थ देव
सर्दियों में याद तेरी आई थी
सर्दियों में याद तेरी आई थी
Shweta Soni
अंतर्निहित भय
अंतर्निहित भय
Shashi Mahajan
** सीने पर गहरे घाव हैँ **
** सीने पर गहरे घाव हैँ **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हम राज़ अपने हर किसी को  खोलते नहीं
हम राज़ अपने हर किसी को खोलते नहीं
Dr Archana Gupta
दोहा
दोहा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बेपरवाह खुशमिज़ाज़ पंछी
बेपरवाह खुशमिज़ाज़ पंछी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
हालातों में क्यूं हम
हालातों में क्यूं हम
Shinde Poonam
हाय 😭😭 यूट्यूब ने मेरे चैनल को डिलीट कर दिया😭😭🙏🙏 प्लीज मेरे
हाय 😭😭 यूट्यूब ने मेरे चैनल को डिलीट कर दिया😭😭🙏🙏 प्लीज मेरे
Rj Anand Prajapati
कथ्य-शिल्प में जान हो, हो परहित का भाव।
कथ्य-शिल्प में जान हो, हो परहित का भाव।
डॉ.सीमा अग्रवाल
We become more honest and vocal when we are physically tired
We become more honest and vocal when we are physically tired
पूर्वार्थ
चली लोमड़ी मुंडन तकने....!
चली लोमड़ी मुंडन तकने....!
Kunwar kunwar sarvendra vikram singh
जीवन में जागरूकता कैसे लाएँ। - रविकेश झा
जीवन में जागरूकता कैसे लाएँ। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
दिल कि आवाज
दिल कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नसीबों का खेल है प्यार
नसीबों का खेल है प्यार
Shekhar Chandra Mitra
" दूरियों से कह दो "
Dr. Kishan tandon kranti
फिर एक पल भी ना लगा ये सोचने में........
फिर एक पल भी ना लगा ये सोचने में........
shabina. Naaz
आनन्द का आनंद
आनन्द का आनंद
Mahesh Tiwari 'Ayan'
खूबसूरत सादगी
खूबसूरत सादगी
Karuna Bhalla
मुझे पढ़िए
मुझे पढ़िए
चेतन घणावत स.मा.
मैं बहुत कुछ जानता हूँ
मैं बहुत कुछ जानता हूँ
Arun Prasad
Loading...