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2 Jul 2023 · 1 min read

"मैं एक कलमकार हूँ"

“मैं एक कलमकार हूँ”
मैं एक कलमकार हूँ
कलम का धर्म निभाऊंगा,
चाहे समझे कोई कुछ
पर इंकलाबी-गान सुनाऊंगा,
कलम की पतवार से
हर कश्ती पार लगाऊंगा,
माँ भारती की सेवा में
सब कुछ अर्पण कर जाऊंगा।

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