Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Aug 2023 · 1 min read

आधुनिक हो गये हैं हम

आधुनिक हो गये हैं हम , शिक्षित होकर ज्ञान भूल गए हम
यूं तो आभसी दुनियाँ में लाखों, पर अपनों को भूल गये हैं हम

संस्कार की भाषा, प्यार की परिभाषा,संस्कृत और संस्कृति
किस्से कहानियाँ ,अपना इतिहास, भूगोल भूल गये हैं हम

अपना गाँव नीम छाँव पीपल , वो गंदा कीचड़ और कमल
सुबह धरती के आंगन में दादा जी के पांव भूल गए हैं हम

तुलसी आंवला वरगद की पूजा, नदी नहर कुओं की पूजा
पुस्तकों संसधानों का मूल्य , पर्यावरण सब भूल गए हम

मॉल, सिनेमा, संस्कृति को बेचते, धरती के सिंगार हम नोचते
फसल में कीटनाशक , उनमें खुद का मोल भूल गये हैं हम

हम ही भारत का गौरव, विश्व गुरु कहलाये हैं
चाणक्य चन्द्रगुप्त विस्तार सब भूल गये हैं हम

अध्यात्म के आलोक से नित्य जगत किया प्रकाशित
गीता के श्लोको को, राम चरित को भूल गये हैं हम

यदि चाहें हम कल संवारना, धर्म बचाना खुद को बचाना
दीप बन जाओ ज्ञान ज्योति जलाना क्यों भूल गये हैं हम

आओ पुनः प्रज्ज्वलित कर लें भविष्य नया सुनिश्चित कर लें
दें नन्हें हाथों में ज्ञान दीप हम,अक्सर जिनको भूल गये हम

Language: Hindi
14 Likes · 4 Comments · 350 Views
Books from Dr.Pratibha Prakash
View all

You may also like these posts

नहीं है प्यार मेरा
नहीं है प्यार मेरा
कविराज नमन तन्हा
जिसका ख़ून न खौला
जिसका ख़ून न खौला
Shekhar Chandra Mitra
जिंदगी बेहद रंगीन है और कुदरत का करिश्मा देखिए लोग भी रंग बद
जिंदगी बेहद रंगीन है और कुदरत का करिश्मा देखिए लोग भी रंग बद
Rekha khichi
अंगूठी
अंगूठी
seema sharma
इक ऐसे शख़्स को
इक ऐसे शख़्स को
हिमांशु Kulshrestha
सब्जी के दाम
सब्जी के दाम
Sushil Pandey
*आज का मुक्तक*
*आज का मुक्तक*
*प्रणय*
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*आए लंका जीत कर, नगर अयोध्या-धाम(कुंडलिया)*
*आए लंका जीत कर, नगर अयोध्या-धाम(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
3531.🌷 *पूर्णिका*🌷
3531.🌷 *पूर्णिका*🌷
Dr.Khedu Bharti
दुनिया देखी रिश्ते देखे, सब हैं मृगतृष्णा जैसे।
दुनिया देखी रिश्ते देखे, सब हैं मृगतृष्णा जैसे।
आर.एस. 'प्रीतम'
love or romamce is all about now  a days is only physical in
love or romamce is all about now a days is only physical in
पूर्वार्थ
पुस्तक जागो भारत
पुस्तक जागो भारत
Acharya Shilak Ram
गांव की बात निराली
गांव की बात निराली
जगदीश लववंशी
झलक को दिखाकर सतना नहीं ।
झलक को दिखाकर सतना नहीं ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
"I having the Consistency as
Nikita Gupta
हमें तब याद करते है।
हमें तब याद करते है।
Rj Anand Prajapati
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
शेखर सिंह
सदा सुखी रहें भैया मेरे, यही कामना करती हूं
सदा सुखी रहें भैया मेरे, यही कामना करती हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पेड़ लगाओ
पेड़ लगाओ
Usha Gupta
तुझको को खो कर मैंने खुद को पा लिया है।
तुझको को खो कर मैंने खुद को पा लिया है।
Vishvendra arya
किसी के लिए आफ़त है..
किसी के लिए आफ़त है..
Ranjeet kumar patre
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
Pramila sultan
Your Ultimate Guide to Excelling in Finance Assignments
Your Ultimate Guide to Excelling in Finance Assignments
Angelika Wartina
विश्वकप-2023
विश्वकप-2023
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
नीरोगी काया
नीरोगी काया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
अंदर कहने और लिखने को बहुत कुछ है
अंदर कहने और लिखने को बहुत कुछ है
Shikha Mishra
तू क्या जाने कितना प्यार करते हैं तुझसे...
तू क्या जाने कितना प्यार करते हैं तुझसे...
Ajit Kumar "Karn"
मुझे मेरी पहचान चाहिए
मुझे मेरी पहचान चाहिए
MEENU SHARMA
खुला पत्र ईश्वर के नाम
खुला पत्र ईश्वर के नाम
Karuna Bhalla
Loading...