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13 Feb 2023 · 1 min read

चलो हमसफर यादों के शहर में

चलो महसफर यादों के शहर में
फिर से मुलाकाते होगी
फिर से नैन चार होगी
छुप छुप कर मिला करेंगे
लुक छुपकर बातें करेंगे
वही कॉफी बार में
उसी कप के साथ में
तुम शर्म से लिपट जाओगी
नजरे झुकार कर बैठ जाओगी
मैं छू लूंगा तेरी उंगलियों को
मैं पढ़ लूंगा तेरी खामोशियों को
जो वक्त बीत चुका है
उस वक्त को फिर से जीना है
रखकर सर एक दूसरे पर
फिर से कहीं खो जाना है
चलो हमसफर यादों के शहर में ।।

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