Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
RAMESH SHARMA
104 Followers
Follow
Report this post
29 Dec 2022 · 1 min read
नफा और नुकसान
रिश्तों में मापा अगर , नफा और नुकसान !
संबंधों का हो गया, समझो फिर अवसान !!
रमेश शर्मा
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
1 Like
· 211 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
पुश्तैनी दौलत
Satish Srijan
बारिश.........
Harminder Kaur
#संवाद (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
4226.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जब मिल जाए सच्चा साथी तो फर्क नही पड़ता क्या है उसकी जाति।
Rj Anand Prajapati
दुख ही दुख है -
पूर्वार्थ
मैं कल के विषय में नहीं सोचता हूं, जो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Dekho Bander bantta
विनोद सिल्ला
*छपना पुस्तक का कठिन, समझो टेढ़ी खीर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मेरी माँ कहती हैं..
Swara Kumari arya
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
Anand Kumar
अगर हो तुम सजग
Bimal Rajak
"गुलशन"
Dr. Kishan tandon kranti
कुम्भकर्ण वध
Jalaj Dwivedi
जीवन को जीवन की तरह ही मह्त्व दे,
रुपेश कुमार
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
👩🌾कृषि दिवस👨🌾
Dr. Vaishali Verma
सत्य और अमृत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रहौ मुळकता राजवण, नैणां भरौ न नीर।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
*हिंदी भाषा*
Vaishaligoel
14) अक्सर सोचती हूँ...
नेहा शर्मा 'नेह'
अक्षर-अक्षर हमें सिखाते
Ranjeet kumar patre
-क्या कहूं भला मैं !!
Seema gupta,Alwar
प्रजातन्त्र आडंबर से नहीं चलता है !
DrLakshman Jha Parimal
जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं,
Umender kumar
..
*प्रणय*
ख़ामोशी फिर चीख़ पड़ी थी
अरशद रसूल बदायूंनी
चाहे किसी के साथ रहे तू , फिर भी मेरी याद आयेगी
gurudeenverma198
🥀✍ *अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
महकती नहीं आजकल गुलाबों की कालिया
Neeraj Mishra " नीर "
Loading...