Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Suryakant Dwivedi
48 Followers
Follow
Report this post
28 Dec 2022 · 1 min read
दोहा
माँ है ऐसी साधना, मन्त्र, जाप संकल्प।
अक्षत, रोली तात है, युग युग नहीं विकल्प।।
सूर्यकांत
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
1 Like
· 185 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Suryakant Dwivedi
View all
सूर्यांश
Surya Kant Dwivedi
You may also like these posts
भिखारी का कटोरा(कहानी)
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
खत और समंवय
Mahender Singh
मेरी प्यारी सासू मां, मैं बहुत खुशनसीब हूं, जो मैंने मां के
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पहाड़ पर कविता
Brijpal Singh
Charlie Chaplin truly said:
Vansh Agarwal
"खून का रिश्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
व्यवहार अपना
Ranjeet kumar patre
sp 81यह किस मोड़ पर
Manoj Shrivastava
*देना प्रभु जी स्वस्थ तन, जब तक जीवित प्राण(कुंडलिया )*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
Arvind trivedi
रक्षाबंधन
Dr. Bharati Varma Bourai
।।
*प्रणय*
“किरदार”
Neeraj kumar Soni
मोहब्बत अनकहे शब्दों की भाषा है
Ritu Asooja
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
इशरत हिदायत ख़ान
सन्देश खाली
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
जहाँ खामोश रहना है, वहाँ मुँह खोल जाते है –
पूर्वार्थ
जीवन में सुख-चैन के,
sushil sarna
रणचंडी बन जाओ तुम
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
वही जो इश्क के अल्फाज़ ना समझ पाया
Shweta Soni
बेजुबान और कसाई
मनोज कर्ण
माँ तुझे मैं थामना चाहती हूँ
Chitra Bisht
23/213. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
महामारी
Khajan Singh Nain
गज़ल
करन ''केसरा''
जिंदगी और रेलगाड़ी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आइए चलें भीड़तंत्र से लोकतंत्र की ओर
Nitin Kulkarni
"हमारे दर्द का मरहम अगर बनकर खड़ा होगा
आर.एस. 'प्रीतम'
गरिबी र अन्याय
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...