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5 Dec 2022 · 1 min read

वाह वाह बस वाह

करें कहां जज्बात की, कोई अब परवाह ।
रखते हैं अल्फाज पर,वाह वाह की चाह ।।
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 145 Views

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