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19 Oct 2022 · 1 min read

ऐसी थी बे’ख़याली

ऐसी थी बेख़्याली,
कि आँखों को मल गए ।
हक़ीक़त की आंच से,
सब ख़्वाब जल गए ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
13 Likes · 337 Views
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