यादों का दिल में तुरत,लिया परिंदा पाल
कहो विषय में और के, …….उतनी ही तुम तात।
जितनी तुम भी सुन सको, खुद की खातिर बात।।
समाधान एकांत का, मैने लिया निकाल ।
यादों का दिल में तुरत, लिया परिंदा पाल ।l
रमेश शर्मा
कहो विषय में और के, …….उतनी ही तुम तात।
जितनी तुम भी सुन सको, खुद की खातिर बात।।
समाधान एकांत का, मैने लिया निकाल ।
यादों का दिल में तुरत, लिया परिंदा पाल ।l
रमेश शर्मा