*जलूस में डीजे : दस दोहे*
जलूस में डीजे : दस दोहे
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(1)
मधुर-सरस संगीत की, लेकर आओ भोर
डीजे का मतलब यही, कान फोड़ता शोर
(2)
डीजे से आने लगी, अट्टहास की गंध
लगना इस पर चाहिए, पूर्ण-रूप प्रतिबंध
(3)
आया आज जुलूस में, रौद्र-रूप विकराल
देखा डीजे डर गए, मानो कोई काल
(4)
डीजे का कंपन-महा, कॉंपा दिल तत्काल
कॉंपीं सब घर की छतें, बुरा हो गया हाल
(5)
ढोल-मॅंजीरे अब कहॉं, तबला बीती बात
बाजे के बदले सुनो, डीजे का आघात
(6)
धर्म कहॉं अब रह गया, परम शांति की खोज
इसका मतलब शोर अब, डीजे वाला रोज
(7)
निकले एक जुलूस वह, जिसमें हो संगीत
मनभावन हों कर्ण-प्रिय, मंत्र और शुभ गीत
(8)
हर मनुष्य का शांति है, मूलभूत अधिकार
डीजे पर प्रतिबंध का, निर्णय लो सरकार
(9)
गए सड़क पर देखने, थे जुलूस-आनंद
डीजे जब आया-हुए, घर के अंदर बंद
(10)
फिर गूॅंजे संगीत का, वही कर्ण-प्रिय साज
बदलो वह युग चल रहा, डीजे का जो आज
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रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451