मोहब्बत-ए-यज़्दाँ ( ईश्वर – प्रेम ) खौफ़ -ए-ख़ुदा ना कर , ख़ुदा से मोहब्बत कर, जाँ बचाने वाला कभी हस्ती मिटाता नहीं ,