राम राम सबको करूं
राम-राम सबको करूॅ, शुभ प्रभात के संग।
चिंताओं को दूर रख, मन को रखिए चंग।।(१)
करिए कुछ नव सर्जना,लेकर सुंदर भाव।
मन को आनंदित करें,मिटते सभी दुराव।।(२)
पट पर आज उतारिए,*काव्य सखी* के भाव।
छंदबद्ध कविता रचें, सुंदर सरल सुझाव।।(३)
🙏💐🙏
अटल मुरादाबादी