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16 Apr 2022 · 1 min read

सरस्वती वन्दना

हे ज्ञान की देवी सरस्वती
तुम्हे बारम्बार प्रणाम है
हे हंस वाहिनी जगदम्बे
तरी महिमा अपरम्पार है

तेरी वीणा से जो सुर निकला
संसार को मां संगीत मिला
तेरी वाणी से जो स्वर निकला
हमें ज्ञान का भण्डार मिला

हे ज्ञान की देवी सरस्वती…….

तुम दया की सागर हो मैया
तुमने सारा संसार रचा
तुमने मां सबको ज्ञान दिया
और गीता वेद पुराण दिया

हे ज्ञान की देवी सरस्वती………

है पतझड़ सा मेरा जीवन
मां ज्ञान के फूल खिला देना
अपनी ममता की खुशबू से
मेरा जीवन मां महका देना
बस ज्ञान का रस भर दो मईया
तुम्हे बारम्बार प्रणाम है

हे ज्ञान की देवी सरस्वती………..
रूबी चेतन शुक्ला
अलीगंज
लखनऊ

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