Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
14 Apr 2022 · 1 min read

उम्मीद से भरा

छोटे छोटे सपने मेरे,
पलकों में अब ठहरने लगे,
उम्मीदों का दामन थाम कर,
हकीकत में जीने लगे।_ डॉ. सीमा कुमारी ,बिहार, भागलपुर
दिनांक-12-4-022की मौलिक एवं स्वरचित
रचना जिसे आज प्रकाशित कर रही हूं।

Loading...