प्रधान मंत्री अटल बिहारी
बहु आयामी व्यक्तित्व था उनका
अचल और बहुत स्वाभिमानी थे
कुशल प्रशासक अग्रणी राजनेता
काव्य-सिंधु के उत्पन्न सुनामी थे ।
अध्ययन अवधि अवसान से पहले
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए
ब्रिटिश को देश निकाला करने को
भारत छोड़ो आंदोलन में मुड़ गये।
साथ निभाये श्यामा चरण जी की
दीन दयाल जी के सानिध्य में आये
आर एस एस नीति से प्रेरित होकर
एक राजनीतिक दल जनसंघ बनाये ।
चुने गये मेंबर दस बार पर्लीयमेंट का
दो बार राज्य सभा में भी वे आ गए
मूल्यों की राजनीति को कर स्थापित
देश में ईमानदारी की अलख जगा गए ।
पड़ोसी पाक से संबंध सुधार निमित्त
दिल्ली-लाहौर बस सेवा चालू करवायी
अपने प्रधानमंत्रित्व के स्वर्णिम काल में
कई योजनाएं जनहित में लागू करवाई।
लाकर प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना
शहर से गाँव-कस्वों आदि को जुड़वाये
क्षेत्रीय दलों की देखकर महती भूमिका
गठबंधन सरकार की जरूरत समझाए।
ले सके अच्छी शिक्षा निर्धन गरीब भी
सर्व शिक्षा अभियान का योजना लाये
कराकर पोखरण परमाणु परीक्षण टू
विश्व पटल पर भारत का मान बढ़ाये।
देकर हिंदी में भाषण संयुक्त राष्ट्र में
हिंदी को विश्व में स्थापित करवाये
नई रक्षा नीति पारित कर संसद में
विश्व देशों को अपना धाक जमाये।
करना है सर्वांगीण विकास देश का
मन ही मन यह प्रण ठान लिया था
देश-विदेश की लाखों करोड़ों जनता
इनको सर्व मान्य नेता मान लिया था।
अटल जी के अनुपम कार्य शैली का
धरतीवासी,युगों-युगों तक मान करेंगे
इस महामानव के देशहित कृतित्व का
सदियों तक कोटि कंठ गुणगान करेंगे।