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27 Mar 2022 · 1 min read

मेरे अश'आर

ख़्वाब उनके… आँखों में ज़िंदा है ।
उड़ने को बेचैन दिल का परिंदा है ।।

मैंने पाला है बस शौक़ मुहब्बत का ।
सब जानते हैं. मेरे शौक़ चुनिंदा है ।।

©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर
©काज़ीकीक़लम

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