"प्रेम पत्रों में छली गई स्त्रियां": मार्मिक लेख
‘प्रेम पत्रों में छली गई स्त्रियां’
प्रेम पत्रों की मीठी भाषा और भावनात्मक गहराई ने सदियों से दिलों को जोड़ा है, पर यही पत्र कभी-कभी छल का हथियार भी बन जाते हैं। प्रेम की झूठी आशाओं में फंसी कई स्त्रियां इन पत्रों के माध्यम से भावनात्मक रूप से ठगी गईं। इन पत्रों में लिखे गए वादे, सपने और भविष्य की कल्पनाएं अक्सर एक जाल होती हैं, जिनका मकसद प्रेम नहीं, बल्कि शोषण होता है। इन पत्रों में व्यक्त की गई सच्ची भावनाएं केवल दिखावा होती हैं।
ऐसी कहानियां समाज में आज भी मौजूद हैं, जहां स्त्रियां प्रेम के नाम पर धोखा खाती हैं और उनके विश्वास का दुरुपयोग किया जाता है। ये घटनाएं हमें आगाह करती हैं कि हमें भावनाओं के साथ-साथ वास्तविकता को भी समझना चाहिए।
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”