Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
22 Mar 2022 · 2 min read

छोटी सी बात

📖✒️जीवन की पाठशाला 📙🖋️

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की कितना पढ़ा लिखा गंवार इंसान है की एक छोटी सी बात पर अपनों और रिश्तों को छोड़ देता है या जानवरों से भी बदतर हैवानियत ओढ़ कर रिश्तों को तार तार कर देता है …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की कोई भी कैसे भी किसी भी परिस्तिथि में ऐसे ही छोड़ कर आपको नहीं जाता या यूँ कहें की ऐसे ही किनारा नहीं करता ,हम खुद उसे बताते हैं अपना जान -समझ कर की हमारी कमजोरी या दरारें कहाँ कहाँ हैं .क्यूंकि मैंने आजमाया है सच बोलना फिर भी आसान है पर सच को सुनना और स्वीकार करना बेहद मुश्किल है …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जिस तरह से इंसान रोशनी में या मशीन द्वारा असली नकली नोट की पहचान कर लेता है ,काश कोई ऐसी मशीन भी ईजाद हो गई होती जो इंसान की असलियत बता पाती …,

आखिर में एक ही बात समझ आई की आज की तारीख में अमूमन ज्यादातर लोग जिंदगी की सांसें भर ले रहे हैं ,सुबह से शाम तक का सफर बिना मकसद पूरा कर रहे हैं ,हकीकत में अंदर और बाहर से जिन्दा कुछ ही हैं ,बाकी सब तो चलते फिरते झूटी हंसी हँसते कंकाल मात्र हैं …!

बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
🙏सुप्रभात 🌹
स्वरचित एवं स्वमौलिक
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱

Loading...