Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
5 Feb 2022 · 1 min read

बस तुम्हारे लिए है

जो भी मैं कहता हूं अच्छा
वो सब तुम्हारे लिए है
मेरी हर एक सांस, हर धड़कन
बस तुम्हारे लिए है

ये प्रेम गीत मेरे तुम्हारे लिए है
सात वचन मैंने जिसको दिए है।।

इन्तज़ार के वो पल, वो बेकरारी
बस तुम्हारे लिए है
दिल में दर्द और वो बैचेनी भी
बस तुम्हारे लिए है।।

ये प्रेम गीत मेरे तुम्हारे लिए है
सात वचन मैंने जिसको दिए है।।

मेरा प्यार, ये प्रणय निवेदन भी
देख, बस तुम्हारे लिए है
तू रहता है आंखों के सामने मेरी
मेरे सारे सपने तुम्हारे लिए है

ये प्रेम गीत मेरे तुम्हारे लिए है
सात वचन मैंने जिसको दिए है।।

सूरज की गर्मी, चांद की ठंडक
सब तुम्हारे लिए है
हवा की ताज़गी, फूलों की खुशबू
सब तुम्हारे लिए है

ये प्रेम गीत मेरे तुम्हारे लिए है
सात वचन मैंने जिसको दिए है।।

मेरी हर दुआ, हर आरज़ू
बस तुम्हारे लिए है
ये मिलने की तलब, बिछड़ने का गम
बस तुम्हारे लिए है

ये प्रेम गीत मेरे तुम्हारे लिए है
सात वचन मैंने जिसको दिए है।।

मुस्कुराने की वजह,दिल में जगह
बस तुम्हारे लिए है
मेरी दुनिया, ये मेरा घर संसार
बस तुम्हारे लिए है

ये प्रेम गीत मेरे तुम्हारे लिए है
सात वचन मैंने जिसको दिए है।।

बची है जीवन यात्रा जितनी भी
बस तुम्हारे लिए है
इस राह में साथी की जगह भी
बस तुम्हारे लिए है

ये प्रेम गीत मेरे तुम्हारे लिए है
सात वचन मैंने जिसको दिए है।।

Loading...