Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2022 · 1 min read

मतदान करें (माहिया गीत)

पावन हम दान करें
फ़र्ज़ हमारा है
आओ मतदान करें

ये लोकतंत्र अपना
हम सरकार चुनें
पूरा करता सपना
वोटों का मान करें
फ़र्ज़ हमारा है
आओ मतदान करें

प्रत्याशी हो कैसा
जनता का सेवक
नेता होना ऐसा
बातों पर ध्यान करें
फ़र्ज़ हमारा है
आओ मतदान करें

दे रहे प्रलोभन हैं
कैसे नेता है
कपटी कितना मन है
इनकी पहचान करें
फ़र्ज़ हमारा है
आओ मतदान करें

ये जंग चुनावी है
जिसको चुन लेंगे
नेता वो भावी है
मत का सम्मान करें
फ़र्ज़ हमारा है
आओ मतदान करें

20-01-2022
डॉ अर्चना गुप्ता

4 Likes · 3 Comments · 548 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all

You may also like these posts

शाम
शाम
Dr.Pratibha Prakash
जैसे जैसे हम स्थिरता की ओर बढ़ने लगते हैं हम वैसे ही शांत हो
जैसे जैसे हम स्थिरता की ओर बढ़ने लगते हैं हम वैसे ही शांत हो
Ravikesh Jha
वगिया है पुरखों की याद🙏
वगिया है पुरखों की याद🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
"कर्म और भाग्य"
Dr. Kishan tandon kranti
गुब्बारे वाले बाबा
गुब्बारे वाले बाबा
Sagar Yadav Zakhmi
- शेर -
- शेर -
bharat gehlot
4231.💐 *पूर्णिका* 💐
4231.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दिल का दर्द
दिल का दर्द
Dipak Kumar "Girja"
नया साल लेके आए
नया साल लेके आए
Dr fauzia Naseem shad
जब कोई हो पानी के बिन……….
जब कोई हो पानी के बिन……….
shabina. Naaz
कृष्ण कुंवर ने लिया अवतरण
कृष्ण कुंवर ने लिया अवतरण
राधेश्याम "रागी"
बनवा लो लाइसेंस
बनवा लो लाइसेंस
ललकार भारद्वाज
एक बार हीं
एक बार हीं
Shweta Soni
यहां ज्यादा की जरूरत नहीं
यहां ज्यादा की जरूरत नहीं
Swami Ganganiya
ग़ज़ल _ मुझे भी दे दो , गुलाब जामुन ,
ग़ज़ल _ मुझे भी दे दो , गुलाब जामुन ,
Neelofar Khan
सच्चे प्रेमी कहलाते हैं
सच्चे प्रेमी कहलाते हैं
महेश चन्द्र त्रिपाठी
गुरु
गुरु
Dr. Bharati Varma Bourai
एक ग़ज़ल
एक ग़ज़ल
Kshma Urmila
लो ना यार
लो ना यार
RAMESH Kumar
मुझे इश्क है तुझसे ये किसी से छुपा नहीं
मुझे इश्क है तुझसे ये किसी से छुपा नहीं
Jyoti Roshni
छन्द सरसी: *जिनका कुशल प्रबन्ध*
छन्द सरसी: *जिनका कुशल प्रबन्ध*
Ashwani Kumar
🙅दूसरा फलू🙅
🙅दूसरा फलू🙅
*प्रणय प्रभात*
हजारों से बात बिगड़ी थी...
हजारों से बात बिगड़ी थी...
Vishal Prajapati
देश- विरोधी तत्व
देश- विरोधी तत्व
लक्ष्मी सिंह
हरे हैं ज़ख़्म सारे सब्र थोड़ा और कर ले दिल
हरे हैं ज़ख़्म सारे सब्र थोड़ा और कर ले दिल
Meenakshi Masoom
हर दिन एक नई दुनिया का, दीदार होता यहां।
हर दिन एक नई दुनिया का, दीदार होता यहां।
Manisha Manjari
यथार्थ
यथार्थ
Dr. Rajeev Jain
#वर_दक्षिण (दहेज)
#वर_दक्षिण (दहेज)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
*पाओ दुर्लभ ब्रह्म को, बंधु लगाकर ध्यान (कुंडलिया)*
*पाओ दुर्लभ ब्रह्म को, बंधु लगाकर ध्यान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...