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26 Dec 2021 · 1 min read

पढ़ा लिखा है तू

पढ़ा लिखा है तू रात दिन जगा है तू
इसलिये घिसट घिसट जूता घिसा है

आँखे दिखलाता , गुर्राता है मालिक
दिन रात मेहनत कर जिन्दा रहा है

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