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26 Nov 2021 · 1 min read

मैं भी मां का तुम भी मां का

दोहा

मैं भी मां का तुम भी मां का
जहां और जीवन है मां का
बेटा चाहे जैसा हो
दुलारा हैं वो मां का

जय जय दुर्गा महारानी

फिमेल – जय माता दी बोलो न
पाॅड़ी पाॅड़ी चढ़ लो न ।।-2

मेल – मां में हैं मेरी जान, मेरी पहचान
मैं मां का दुलारा हूं
उस शेरावाली का, मैं आंख का तारा हूं
उस मेहरा वाली का , मैं आंख का तारा हूं

अंतरा

1. फिमेल – मैं मानूं क्यों तेरे बातों को
क्या देती मां जग रातों को
मेल -जिसने मां को पुकारा है मन से सुनो
‍आई दर्शन देने मैया ये भी सुनलों
जोतावाली का जोत मेरे मन में जलें
मैया चरणों में मेरा ये जीवन पले
मां के दर आया हूं मैं जो एक दुखियारा हूं
उस शेरा वाली का, मैं आंख का तारा हूं

2. फिमेल – मैया मेरी भी फरियाद सुनेंगी क्या
लों मैं भी जला ली भक्ति की दीया
मेल – मेरी मैया को ऐसे न तु आजमा
सिर्फ जय माता दी तु कहते ही जा
मां के रहमत से ही ये संसार चलें
पिण्डी रुप में मां पर्वत पर रहते
आई मां दौड़ी जब मैं पुकारा हूं
उस शेरावाली का, मैं आंख तारा हूं

गीतकार – रौशन राय
तारीख – 20-09-2021
मोबाइल – 9515651283/8591855531

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