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24 Nov 2021 · 2 min read

हां मैं वेवरा नशेरी हूं

कहानी – हां मैं वेवरा नशेरी हूं

जब मैं मुंबई के लालबाग अवेघ्ना बिल्डिंग के बाजू में कलर झरोक्स दुकान के सामने एक पेड़ के नीचे बने चबूतरा पर बैठ कर कुछ लिखता तो मेरा एक दोस्त जिसका नाम चिक्कू चौधरी हैं वो रोज साइकल पर चढ़कर मुंह में सिगरेट लगाएं मेरे पास अपने साइकल के ब्रेक को दबाता और डगमगाते हुए साइकल पर से ही मुझे कहता क्यों रे वेवरा नशेरी नशें में झुम रहा है। तो मुझे उनका बात बुरा लगता पर मैं उसे हंस कर जवाब देता। क्यों रे चिक्कुवा नशा तु करता है और वेवरा नशेरी मुझे कहता है भाई ये तो लगत है तो वो चिक्कूवा हमसे कहता अबे वेवरे नशा करने वाले व्यक्ति नशा चढ़ाने वाली खाध या पे पदार्थ खा पीकर नशा चढ़ाता है। जो कुछ घंटों में उतर जाएगा और उसके शरीर और परिवार को उनके चलते हजारों मुसीबत का सामना करना पड़ता है जो हर प्रकार से गलत है। पर वेवरे नशेरी तेरा नशा और वेवरे पन तों ऐसा नशा है जिससे स्वयं प्राकृतिक ने तुम्हें नशें का जाम उपहार स्वरूप पिलाई जो कभी उतरता ही नहीं है। मैंने फिर मुस्कुराते हुए कहा की चिक्कू तु मुझे वेवरा नशेरी मत कहा करो क्यों की लोग समझेंगे की जब तक ये नशा में धुत और पी के सड़कों के किनारे पड़े नहीं होता है तब तक इसे वेवरा नशेरी क्यों कहता हैं। तो चिक्कू ने कहा तेरा वेवरा पन तो अनोखा हैं
और तूं सड़क के किनारे बैठ कर लिखकर भी रहा आते जाते लोग तुम्हें देख भी रहा है। फिर मैंने उनसे पूछा की बता मैं वेवरा नशेरी कैसे हूं। तो उसने कहा किसी चीज को पाना, करना जैसे की किसीको प्यार का नशा है, किसीको नशें पदार्थ खाने पीने की नशा है, किसीको पैसे कमाने की नशा है, किसीको घर बनाने का नशा है किसीको पुजा पाठ की नशा है किसीको को भलाई करने का नशा है, किसीको राजनीति का नशा है, और, और किया तो उसने कहा की तुम्हे लिखने का नशा है और तु चौबीस घंटा तु लिखने की नशें में ही झुमता रहता है तों तुम नशेड़ी हुआ न तूं वेवरा हुआ न लिखने की। तो मुझे चिक्कूवा के बातों में सच्चाई दिखाई दिया तो मैं अपने आप को वेवरा नशेरी मान लिया और उसके कहें वेवरा नशेरी अब मुझे अच्छा लगने लगा

अतः नशा सब में होना चाहिए पर वो नशा वो वेवरा पन जिससे आपके परिवार समाज राज्य देश और खुद के लिए भगवान का वरदान साबित हो न की बदनामी और कलंक का टीका उनके सर पर चिपक जाएं

कहानी – रौशन राय के कलम से
तारीक – 24 -11 – 2021
मोबाइल – 9515651283 / 7859042461

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