Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
12 Jan 2022 · 1 min read

बादल

स्वर्णमुखी छंद

बादल

उमड़- घुमड़ के उड़ते बादल।
आसमान में आते-जाते,
घोर शोर से छाते जाते।
बूंदो को बरसाते बादल।

बिजली को चमकाते बादल।
खेतों को लहराते जाते,
बागों को महकाते जाते।
प्यास महि की बुझाते बादल।

गीतों में ढल जाते बादल।
मोरों को भी नाच नचाते,
सीप-पपीहा प्यास बुझाते।
लोरी बनके छाते बादल।
दूर देश से आते बादल।
पग -पग जल बरसाते बादल।

ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश

Loading...