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17 Oct 2021 · 1 min read

सब्र…

उम्मीदों की कश्तियाँ, तूफाँ में उतार दी हैं…
अब देखना है जिंदगी, सब्र कितना बाकी है…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 2 Comments · 374 Views
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