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13 Sep 2021 · 1 min read

दिन ओ रैन नहीं रहे , तेरे बिन ना चैन l

दिन ओ रैन नहीं रहे , तेरे बिन ना चैन l
रूप देन होवे बड़ी, बेचैनी ठिकठैन ll

प्रीत सूखी सहज सहज, है नमी लिए नैन l
बदनामी देयी बड़ी, बद न रहे बेचैन ll

जो कड़वी कड़वी कठिन, सुख दे दवा कुनैन l
परम पावन प्राप्ति है , प्यास में लेनदेन ll

अरविन्द व्यास “प्यास”

Language: Hindi
1 Like · 216 Views

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