हम सब समझते हैं!
जलते हुए मूद्दों पर
मीडिया की चुप्पी का
मतलब समझते हैं!
ताज की साज़िश से
तख्त के पाखंड तक
हम सब समझते हैं!!
पिछले कुछ बरसों में
हम वो देख-सुन लिए
जिन्हें कह नहीं सकते!
कुछ घावों की बदौलत
जो पहले नहीं समझे
वह अब समझते हैं!!
Shekhar Chandra Mitra
#freedomofspeech