Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2021 · 1 min read

योग दिवस पर दोहे

21 जून, विश्व योग दिवस पर दोहे
**************************

जगत गुरु बन भारत ने, योगा दिया सिखाय।
सकल विश्व को एक दिन,एक मंच पर लाय।।

जिसको योगा भा गया, हुआ नहीं बीमार।
जिसने भी प्रतिदिन किया,काया लिया सुधार।।

सेहत के लिए योगा, होता है वरदान।
सब रोगों का कर रहा ,योगा आज निदान।।

बच्चे बूढ़े जवाँ सभी, करें हमेशा योग।
तीव्र बुद्धि औ शांत मन,पाकर होत निरोग।।

योग का अर्थ है जोड़, जुड़कर करिए योग।
जुड़े विश्व जब एक साथ,होय प्रीत का योग।।

योगा का उद्देश्य है, सृजन स्वस्थ समाज।
कल हमारा हो सुंदर,उत्तम हो सब काज।।

चिंता से मुक्ति मिले, करें सुबह औ शाम।
प्रकृति के इस तोफे को,विज्ञान करे प्रणाम।।

°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
अशोक शर्मा, लक्ष्मीगंज, कुशीनगर, उ.प्र.
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 577 Views

You may also like these posts

आरामदायक है भारतीय रेल
आरामदायक है भारतीय रेल
Santosh kumar Miri
छुपा कर दर्द सीने में,
छुपा कर दर्द सीने में,
लक्ष्मी सिंह
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
मरने के बाद करेंगे आराम
मरने के बाद करेंगे आराम
Keshav kishor Kumar
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*प्रणय*
एक पल में
एक पल में
Shutisha Rajput
सुनो, मैं सपने देख रहा हूँ
सुनो, मैं सपने देख रहा हूँ
Jitendra kumar
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
मोबाइल
मोबाइल
Punam Pande
जब एक लौ एक उम्मीद जला करती है,
जब एक लौ एक उम्मीद जला करती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हंस भेस में आजकल,
हंस भेस में आजकल,
sushil sarna
रिश्ता रहा असत्य से
रिश्ता रहा असत्य से
RAMESH SHARMA
फूलों ने कली
फूलों ने कली
manjula chauhan
"अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते
आर.एस. 'प्रीतम'
आह्वान
आह्वान
Shyam Sundar Subramanian
गज़ल
गज़ल
dr rajmati Surana
"सफलता कुछ करने या कुछ पाने में नहीं बल्कि अपनी सम्भावनाओं क
पूर्वार्थ
अनवरत ये बेचैनी
अनवरत ये बेचैनी
Shweta Soni
3592.💐 *पूर्णिका* 💐
3592.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
काव्य
काव्य
साहित्य गौरव
दिल की बात आंखों से कहने में वक्त लगता है..
दिल की बात आंखों से कहने में वक्त लगता है..
Ravi Betulwala
संवेदना की बाती
संवेदना की बाती
Ritu Asooja
करवा चौथ का चांद
करवा चौथ का चांद
मधुसूदन गौतम
नारी
नारी
Arvina
साहिल के समंदर दरिया मौज,
साहिल के समंदर दरिया मौज,
Sahil Ahmad
*जय माँ झंडेया वाली*
*जय माँ झंडेया वाली*
Poonam Matia
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
The_dk_poetry
हम जिसे प्यार करते हैं उसे शाप नहीं दे सकते
हम जिसे प्यार करते हैं उसे शाप नहीं दे सकते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नया सपना
नया सपना
Kanchan Khanna
अतिथि देवोभवः
अतिथि देवोभवः
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...