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12 Mar 2021 · 1 min read

बेटियां

बेटियां बोझ नहीं बल्कि
वह हरदिल का अरमान और अभिमान है
बेटियां ममता का परिणाम है
बेटियां इस जहां का निर्माण है
फिर क्यों इस जहां में हो रहा बेटी का अपमान है
पहले उसे पढ़ा-लिखा कर शिक्षित करना है
फिर उसकोअपने पैरों पर खड़ा करना है आत्मनिर्भर बनाना है
बेटी को गलत के खिलाफ अब आवाज उठाना है
अब बेटियों को इस जहां को यह बताना है
बेटियां बोझ नहींअपने घर का वह जलता हुआ वह दीपक है
जोअपने घर कोरोशनीसे जगमगाती है
बेटियां अपने घर की अपने देश की शान है अभिमान है
बेटियां बोझ नहीं बल्कि हर दिल का अरमान अभिमान है।

** नीतू गुप्ता

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