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14 Feb 2021 · 1 min read

पिया अथाह प्यार दूँ ।

आधार छन्द – “नित” (मापनीयुक्त मात्रिक)
मापनी- लगा लगा लगा लगा
समान्त- “आर”, पदान्त -“दूँ”

पिया अथाह प्यार दूँ ।
वसंत सा सँवार दूँ।

प्रथम मिलन उमंग में,
निहाल प्राण वार दूँ ।

मृदुल अधर सुधा सरस,
पवित्र प्रेम धार दूँ।

रजत वदन विभास से,
अमिट विभव सितार दूँ।

सदैव अंग से लगा,
बदन मदन निखार दूँ ।

युगल नयन सजल विपुल,
लगा गले दुलार दूँ।

सतत अमर मिलन रहे ,
प्रणय भरा खुमार दूँ ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

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