Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2020 · 1 min read

कोहिनूर की दोहे

दोहा सृजन
★★★★★★
कोकिला
कूक रही है कोकिला , बैठी अमुआ डाल।
ताके दुष्ट बहेलियाँ , ले हाथों में जाल।।
आकाश
सूरज की किरणें धवल,जब करती उजियार।।
धरती से आकाश तक , तब सुरभित संसार।
अगहन
अगहन में करते सभी , लक्ष्मी का गुणगान।
तब माता होकर प्रगट , देती है वरदान।।
अलाव
ठंड भगाने के लिए , घर-घर जले अलाव।
सेक रहे निज तन सभी , लेकर मद्धिम ताव।।
खंजन
चूजों को निज छोड़कर ,उड़-उड़ करती खोज।
सोच रही खंजन कहीं , कुछ तो पाऊँ भोज।।
★★★★★★★★★★★★★★★★★★
स्वरचित©®
डिजेन्द्र कुर्रे”कोहिनूर”
छत्तीसगढ़(भारत)

Language: Hindi
963 Views

You may also like these posts

पिता' शब्द है जीवन दर्शन,माँ जीवन का सार,
पिता' शब्द है जीवन दर्शन,माँ जीवन का सार,
Rituraj shivem verma
लगता है अब
लगता है अब
*प्रणय*
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सत्य
सत्य
Seema Garg
दीदी का कर्ज़
दीदी का कर्ज़
Jyoti Roshni
जोकर
जोकर
Neelam Sharma
समंदर में कोई हलचल नहीं है,
समंदर में कोई हलचल नहीं है,
पंकज परिंदा
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
May you never again get attached to anyone who isn’t for you
May you never again get attached to anyone who isn’t for you
पूर्वार्थ
रोम रोम है पुलकित मन
रोम रोम है पुलकित मन
sudhir kumar
इबादत
इबादत
Roopali Sharma
Hallucination Of This Night
Hallucination Of This Night
Manisha Manjari
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
तुम्हारा मेरे जीवन में होना
तुम्हारा मेरे जीवन में होना
भगवती पारीक 'मनु'
"आरजू"
Dr. Kishan tandon kranti
2722.*पूर्णिका*
2722.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गीत- कभी हँसकर कभी रोकर...
गीत- कभी हँसकर कभी रोकर...
आर.एस. 'प्रीतम'
मनुष्य...
मनुष्य...
ओंकार मिश्र
चाय!
चाय!
Kanchan Alok Malu
रामचरितमानस
रामचरितमानस
Rambali Mishra
थोड़ा और
थोड़ा और
Varun Singh Gautam
ये उम्र भर का मुसाफ़त है, दिल बड़ा रखना,
ये उम्र भर का मुसाफ़त है, दिल बड़ा रखना,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
नव्य द्वीप
नव्य द्वीप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कहने के लिए तो बहुत शब्द लाया हूँ ।
कहने के लिए तो बहुत शब्द लाया हूँ ।
ललकार भारद्वाज
मेरी कल्पना
मेरी कल्पना
Ruchi Sharma
पश्चाताप - ( किशोर कहानी )
पश्चाताप - ( किशोर कहानी )
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
*चुप रहने की आदत है*
*चुप रहने की आदत है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
24, *ईक्सवी- सदी*
24, *ईक्सवी- सदी*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
मन में नमन करूं..
मन में नमन करूं..
Harminder Kaur
Loading...