Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#13 Trending Author
*प्रणय*
72 Followers
Follow
Report this post
24 Dec 2024 · 1 min read
लगता है अब
लगता है अब
अमूल्य शब्दों के
अपव्यय पर
अंकुश लगाने का
समय आ गया है।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 22 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
sometimes it feels bad for no reason... and no motivation wo
पूर्वार्थ
हत्या
Kshma Urmila
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
शिकायत लबों पर कभी तुम न लाना ।
Dr fauzia Naseem shad
Real smile.
Priya princess panwar
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
प्रथम किरण नव वर्ष की।
Vedha Singh
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
बचा लो जरा -गजल
Dr Mukesh 'Aseemit'
तुम होते हो नाराज़ तो,अब यह नहीं करेंगे
gurudeenverma198
पुलवामा वीरों को नमन
Satish Srijan
डॉ. नामवर सिंह की आलोचना के अन्तर्विरोध
कवि रमेशराज
कदम आंधियों में
surenderpal vaidya
जिंदगी रूठ गयी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
" रहना तुम्हारे सँग "
DrLakshman Jha Parimal
निर्गुण सगुण भेद
मनोज कर्ण
#मुझे_गर्व_है
*प्रणय*
नखरे हज़ार तेरे, अपने सर उठाऊंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ये तलाश सत्य की।
Manisha Manjari
सूने सूने से लगते हैं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
कहीं चीखें मौहब्बत की सुनाई देंगी तुमको ।
Phool gufran
*धनुष (बाल कविता)*
Ravi Prakash
कौन कहता है गर्मी पड़ रही है
Shweta Soni
किस से कहें
हिमांशु Kulshrestha
दिल की बात बताऊँ कैसे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं?
अभिषेक किसनराव रेठे
4214💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
" युद्धार्थ "
Dr. Kishan tandon kranti
अधर घटों पर जब करें,
sushil sarna
खुद की तलाश में।
Taj Mohammad
Loading...