पितृ — !!!!! हमारे !!!!! आज !!!! पधारे !
नक्षत्रों से उतर आए हैं
पूर्वज पितृ हमारे
वरदान इन्हीं से मिलता रहे हमें
जीवन में सांझ सकारे
पथ इनका हम तो संवारे यही तो है रखवारे।।
राजेश व्यास अनुनय
नक्षत्रों से उतर आए हैं
पूर्वज पितृ हमारे
वरदान इन्हीं से मिलता रहे हमें
जीवन में सांझ सकारे
पथ इनका हम तो संवारे यही तो है रखवारे।।
राजेश व्यास अनुनय