Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2020 · 1 min read

आज़ाद गज़ल

डर है उन्हें कहीं मशहूर हो न जाऊँ
पहुँच से उनकी मै दूर हो न जाऊँ ।

पढ़ते हैं गज़ल वो ,मगर छूपकर
फिक़्र हैं ,कहीं मगरूर हो न जाऊँ ।

चांद,सूरज,सितारे हैं खफा मुझ से
है शक़, जहाँ का मै नूर हो न जाऊँ ।

इसलिए वो मेरी कब्र पे आते नही है
देखकर उन्हें जिंदा ,हुजूर हो न जाऊँ ।

इस कदर तरक्कीयाफ्ता हैं लीडर
लीडरी को मै भी मजबूर हो न जाऊँ ।
-अजय प्रसाद
-AJAY PRASAD TGT
ENGLISH DAV PS PGC
BIHARSHARIF ,NALANDA ,BIHAR
803216 ?9006233052

2 Likes · 2 Comments · 459 Views

You may also like these posts

सुनो मैथिल! अब सलहेस कहाँ!
सुनो मैथिल! अब सलहेस कहाँ!
श्रीहर्ष आचार्य
*सुबह-सुबह अच्छा लगता है, रोजाना अखबार (गीत)*
*सुबह-सुबह अच्छा लगता है, रोजाना अखबार (गीत)*
Ravi Prakash
बार बार आता रहे ,खुशियों का नववर्ष।
बार बार आता रहे ,खुशियों का नववर्ष।
Vindhya Prakash Mishra
जादू की झप्पी, माँ का पल्लू
जादू की झप्पी, माँ का पल्लू
डॉ. शिव लहरी
मुझे ताज महल नहीं चाहिए
मुझे ताज महल नहीं चाहिए
Jyoti Roshni
बचपन
बचपन
OM PRAKASH MEENA
जियो जी भर के,
जियो जी भर के,
Sunny kumar kabira
साहित्य
साहित्य
*प्रणय*
गुरु अमरदास के रुमाल का कमाल
गुरु अमरदास के रुमाल का कमाल
कवि रमेशराज
बहुत रोने का मन करता है
बहुत रोने का मन करता है
Dr. Paramjit Oberoi
"तू-तू मैं-मैं"
Dr. Kishan tandon kranti
खुद के व्यक्तिगत अस्तित्व को आर्थिक सामाजिक तौर पर मजबूत बना
खुद के व्यक्तिगत अस्तित्व को आर्थिक सामाजिक तौर पर मजबूत बना
पूर्वार्थ
4020.💐 *पूर्णिका* 💐
4020.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
अंसार एटवी
हमने माना कि हालात ठीक नहीं हैं
हमने माना कि हालात ठीक नहीं हैं
SHAMA PARVEEN
इन्सान अपनी बात रखने में खुद को सही साबित करने में उन बातो क
इन्सान अपनी बात रखने में खुद को सही साबित करने में उन बातो क
Ashwini sharma
মা মনসার গান
মা মনসার গান
Arghyadeep Chakraborty
दोेहे
दोेहे
Suryakant Dwivedi
खाली मन...... एक सच
खाली मन...... एक सच
Neeraj Agarwal
#हे_कृष्णे! #कृपाण_सम्हालो, #कृष्ण_नहीं_आने_वाले।
#हे_कृष्णे! #कृपाण_सम्हालो, #कृष्ण_नहीं_आने_वाले।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सुलगती भीड़
सुलगती भीड़
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
Rj Anand Prajapati
हे मेरे वतन, तुझपे कुर्बान हम
हे मेरे वतन, तुझपे कुर्बान हम
gurudeenverma198
या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै
या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै
Harminder Kaur
अब किसी से कोई शिकायत नही रही
अब किसी से कोई शिकायत नही रही
ruby kumari
ये वक्त
ये वक्त
meenu yadav
यदि कोई केवल जरूरत पड़ने पर
यदि कोई केवल जरूरत पड़ने पर
नेताम आर सी
देख तुझको यूँ निगाहों का चुराना मेरा - मीनाक्षी मासूम
देख तुझको यूँ निगाहों का चुराना मेरा - मीनाक्षी मासूम
Meenakshi Masoom
दीप उल्फ़त के
दीप उल्फ़त के
Dr fauzia Naseem shad
आज ख़ुद के लिए मैं ख़ुद से कुछ कहूं,
आज ख़ुद के लिए मैं ख़ुद से कुछ कहूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...