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20 Jul 2020 · 1 min read

देश की संसद मोन है- मोदीजी

कवि का नाम-
सुदामा पांडेय धूमिल

एक आदमी
रोटी बेलता है
एक आदमी रोटी खाता है
एक तीसरा आदमी भी है

जो न रोटी बेलता है,न रोटी खाता है
वह सिर्फ रोटी से खेलता है

मैं पूछता हूँ-
यह तीसरा आदमी कौन है?
मेरे देश की संसद मौन है

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