Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2021 · 1 min read

काका होउ होउ करैत रहे।

होउ!होउ!होउ!
आवाज स नींद खुल गेल रहे।
घड़ी राति के एगारह बजैबत रहे।
दूरा पर से आवाज अबैत रहे।
लोगन के भीड़ लागल रहे।
छोटका काका भक्तैय करैत रहे।
काका होउ होउ करैत रहे।
गोचरिया करताल बजाबैत रहे।
गोचरिया भजन गाबैत रहे।
दशै के सप्तमी रात रहे।
काका होउ होउ करै लागल।
ठूमैक ठूमैक के हंसे लागल।
देह पर चमर देवी आयल।
लोग सभ कहे लागल।
गोचरिया करताल बजाबे लागल।
गोचरिया भजन गावे लागल।
काका होउ होउ करै लागल।
कुहुक कुहुक के रोबे लागल।
देह पर काका आयल।
लोग सभ कहे भक्ता के काका आयल।
गोचरिया करताल बजाबे लागल।
गोचरिया भजन गावे लागल।
काका लम्बा जीभ निकाले लागल।
देह पर महरानी आयल।
लोग सभ कहे भगवती आयल।
गोचरिया करताल बजाबे लागल।
गोचरिया भजन गावे लागल।
काका होउ होउ करै लागल।
काका लम्बा जीभ निकाले लागल।
दूनू हाथ के धरती पर मारे लागल।
लोग सभ कहे भक्ता के माइ आयल।
गोचरिया करताल बजाबे लागल।
गोचरिया भजन गाबे लागल।
गरीब पूर्वज याद भक्तैय में करे लागल।
मिट्टी के पिंड में पूजा करे लागल।
धनी पूर्वज याद स्तुति में करे लागल।
मिट्टी पत्थर के मूर्ति में पूजा करे लागल।
काका होउ होउ करैत रहे।
गोचरिया करताल बजबैत रहै।
रामा गोचरिया भजन करैत रहे।
स्वरचित@सर्वाधिकार रचनाकाराधीन।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।

Language: Maithili
1 Like · 282 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
भीष्म के उत्तरायण
भीष्म के उत्तरायण
Shaily
कानून लचर हो जहाँ,
कानून लचर हो जहाँ,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अपने होने का
अपने होने का
Dr fauzia Naseem shad
💐अज्ञात के प्रति-115💐
💐अज्ञात के प्रति-115💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बेबाक ज़िन्दगी
बेबाक ज़िन्दगी
Neelam Sharma
2479.पूर्णिका
2479.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मुझमें एक जन सेवक है,
मुझमें एक जन सेवक है,
Punam Pande
_______ सुविचार ________
_______ सुविचार ________
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
Poonam Matia
चुनाव
चुनाव
Lakhan Yadav
कर न चर्चा हसीन ख्वाबों का।
कर न चर्चा हसीन ख्वाबों का।
सत्य कुमार प्रेमी
*स्वर्ग लोक से चलकर गंगा, भारत-भू पर आई (गीत)*
*स्वर्ग लोक से चलकर गंगा, भारत-भू पर आई (गीत)*
Ravi Prakash
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
Pratibha Pandey
■ आंसू माने भेदिया।
■ आंसू माने भेदिया।
*Author प्रणय प्रभात*
मौत का क्या भरोसा
मौत का क्या भरोसा
Ram Krishan Rastogi
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
नए वर्ष की इस पावन बेला में
नए वर्ष की इस पावन बेला में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रभात वर्णन
प्रभात वर्णन
Godambari Negi
"डिजिटल दुनिया! खो गए हैं हम.. इस डिजिटल दुनिया के मोह में,
पूर्वार्थ
एक ही भूल
एक ही भूल
Mukesh Kumar Sonkar
आज आचार्य विद्यासागर जी कर गए महाप्रयाण।
आज आचार्य विद्यासागर जी कर गए महाप्रयाण।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
धीरे धीरे  निकल  रहे  हो तुम दिल से.....
धीरे धीरे निकल रहे हो तुम दिल से.....
Rakesh Singh
पापा के परी
पापा के परी
जय लगन कुमार हैप्पी
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
उम्मीद नहीं थी
उम्मीद नहीं थी
Surinder blackpen
खामोशियां पढ़ने का हुनर हो
खामोशियां पढ़ने का हुनर हो
Amit Pandey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
देखी है हमने हस्तियां कई
देखी है हमने हस्तियां कई
KAJAL NAGAR
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
Rj Anand Prajapati
छटपटाता रहता है आम इंसान
छटपटाता रहता है आम इंसान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...