Maa माँ
तेरा साया है मुझ पर ,
में महसूस करती हु
जब भी हो कोई मुसीबत बस ,
तुझे याद करती हु
फिर कोई याद आ जाती है तेरी ,
और पा लेती हु में
हर मुश्किल का हल मेरी
आऊंगी माँ तेरे पास में,
अभी मेरे कुछ काम और बाकी
है !
तेरी आवाज ही काफी है,
मेरे जख्मो के लिए
तू जो कह दे बेटा ,वही मलहम है मेरे लिए
किऊ पाला इतनो नाजो से मुझे
की अब अकेले जीना मुश्किल लगता है
आउंगी माँ तेरे पास में ,
अभी मेरे कुछ काम और बाक़ी है
तू थी तो जन्नत थी ये दुनिया ,
भले तू न सही तेरा एहसास ही काफी है
हु में तेरी ही परछाई ,
है तुझसा ही नूर माँ
आऊंगी माँ तेरे पास में
अभी मेरे कुछ काम और बाक़ी है