Posts Language: Rajasthani 41 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid हरीश सुवासिया 10 Apr 2022 · 1 min read गाँव री सौरभ गाँव री सौरभ गाँव री सौरभ रग-रग में समाई, जठै ई देखूँ, देवे पग - पग दिखाई। पीपल-बरगद-नीम री घणेरी छाया, जठै प्यारो बचपन बितायो, बाल सखा सागै खूब पींगां... Rajasthani · Poem 5 2 405 Share राजेश 'ललित' 8 Jun 2023 · 1 min read राम भजन कर लै रै प्राणी ! राम भजन कर लै रै प्राणी ! -------------- राम भजन कर लै रै प्राणी राम मजन कर लै रै यो जिंदगी वापिस नहीं आणी राम भजन कर लै रे प्राणी... Poetry Writing Challenge · गीत 3 107 Share लक्की सिंह चौहान 26 Nov 2022 · 6 min read बिखरतो परिवार जन्म रै साथै सगळा सूं पैळा आपा जकी लोगां सूं जाण-पिछाण करा, बो हुया करै ह परिवार। बेमाता रा लिख्योड़ा आखर अर करमा रा जोग सूं बिधाता री मरजी थकां... Rajasthani 3 216 Share Dr Meenu Poonia 14 Nov 2022 · 2 min read याद आयो पहलड़ो जमानो " याद आयो पहलड़ो जमानो " सारे भाण भाई ध्यान लगाल्यो गल्ली मिलकी बात करांगा बूढ़ा बुजुर्गा धोरै सबनै सुणी जो उण सारी बाता मैं हां भरांगा, ये सारी ऊं टेम... Rajasthani · कविता 3 156 Share Dr Meenu Poonia 6 Sep 2022 · 2 min read "पेट को मालिक किसान" थोड़ो सो चांदणो होती एं ये खाट मैं तैं उठज्यां सैं, मीठी प्यारी नींद छोडकीं खेत मैं लिकड़ज्या सै, आंख मसळता चालैं राही मैं पैरां की जहाज बणालीं सै, जांडी... Rajasthani · कविता 2 160 Share Dr Meenu Poonia 8 Oct 2022 · 1 min read "बाला किला अलवर" सामण आवै सै आर मीं नै बुलावै सै न्हाण की सोचकीं जाड़ो सो चढ़ जावै सै, गरजण लाग्या बादल अंधेरो भी घिर आयो सै चाल रै मीनू घुमण चालां जी... Rajasthani · कविता 2 183 Share विमला महरिया मौज 19 Jan 2024 · 1 min read महाराणा प्रताप अणनमिया प्रताप ऊंचो थारो मान है,घणीं जबरकी स्यान। थारी कीरत ही बसै,हिवड़ै राजस्थान।। इक्यासी रो भालवो, कवच बहत्तर भार। पचपन स्यूं बेसी हुई, ढाल और तलवार।। चेतक रै असवार री,बातां... Rajasthani 2 98 Share लक्की सिंह चौहान 8 Oct 2022 · 2 min read आजादी रो अमृत उछब देस रा सगळा रैवासिया नै लक्की सा रा हिवणै तणी सूं घणी घणी अर मौकळी बधाईयां अरज हुवै सा। बख्त आयो ह तिरंगा ध्वज नै प्रणाम करण रो, टैम आयो... Rajasthani · लेख 2 149 Share विनोद सिल्ला 19 Mar 2022 · 1 min read थकावट गायब थकावट गायब नितूगेै थक जावै है काळजै अर माथै सहर रै वाहनां री पों-पों सुण'र सागैवाळा री चिक-चिक सुण'र हाकमां री बक-बक सुण'र घरां पूग्या धुरु मौड़ै माथै बैठी चिड़कल्याँ... Rajasthani · Poem 2 421 Share Rajdeep Singh Inda 8 Sep 2023 · 1 min read दोय चिड़कली बापू सूत्या हा दरवाजै मांय उणां रै मांचै रै पागां पर आसै-पासै बैठ'र दोय चिड़कली चींचाट करै ही बापू री नींद बीडरगी ही बापू गमछै रो फटकारो दियो चिड़कलियां उडगी... Rajasthani · आधुनिक कविता · कविता · चिड़िया · राजदीप सिंह इन्दा की कविता · राजदीप सिंह इन्दा री रचनावां 1 1 178 Share Dr Meenu Poonia 26 Apr 2024 · 1 min read " सब किमे बदलग्या " " सब किमे बदलग्या " न्यारा होग्या खाणा सैं न्यारा पहराण झोपड़ी की जगहां ईब फ्लैट बणग्या, टाबर होग्या ईब टेम तैं पहलीं बड्डडा म्हारा मां बापू आज मोम डैड... Rajasthani · कविता 1 25 Share gurudeenverma198 20 Aug 2023 · 1 min read दिखाओ लार मनैं मेळो, ओ मारा प्यारा बालम जी (शेर)- देखण जावै है सगळा, मेळो मारा भरतार। तैं भी दिखाणै ले चालो,मेळो मनैं भरतार।। रेलगांव रा हाट मांय, मनैं दिलाओ पायल तैं। रेशम री साड़ी मेळा मं, मनैं दिलाओ... Rajasthani · गीत 1 1 271 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 19 Mar 2024 · 1 min read कुण्डलिया छंद 💐💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐💐 राजस्थानी भाषा में एक प्रयास माणष मोती चावतो , ढूँढ़ै नित नित सींप । सींपी जीवण पाळती ,माणुष पाळै खींप ।। माणुष पाळै खींप , सींप को जीव... Rajasthani · कुण्डलिया 1 44 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 20 Mar 2024 · 1 min read आभ 💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐 मन म्हारो हुलस रह्यो , दूणो होगो लाभ । खवाइशां बढ़ती गई , सागै बढ़गी आभ ।। भवानी सिंह 'भूधर' बड़नगर , जयपुर Rajasthani · दोहा 1 1 37 Share लक्की सिंह चौहान 14 Mar 2022 · 1 min read राजस्थानी भाषा री अरजी सगळा विश्व माही है जिण'री, एक न्यारी ही पहचान, संविधान में क्यूं नही मिल'रयो, इण ने सम्मान। गंर आपणी पगड़ी री, आन ने बचाणी है, तो राजस्थानी ने, संविधान में... Rajasthani · Doha 1 427 Share Radhakishan R. Mundhra 31 Jul 2023 · 1 min read बिसुणी (घर) बिसुणी (घर) घणों चालणो, पेंडो लाम्बो, तिरस्यां लागै दूणी। थक ज्यांवा जद, बासो लेवण याद आवै बिसुणी।। Rajasthani · Quote Writer · कविता · दोहा · लघु कथा 1 136 Share लक्की सिंह चौहान 23 Jul 2023 · 1 min read बिलमै परदेस थारी चाकरी, असल सुख नै छिनै ह, दादा सा रै हाथ री चाय ने मनडो बिलमै ह। चाय तो अठै भी मिल जावै ह, पण वो मनुवार कठै, सुता... Rajasthani 1 190 Share रंगीलो राजस्थानी कविता | Anjas 10 Jul 2023 · 1 min read Rajasthani Kavita A collection of genres included in the Rajasthani poetry tradition. मां अर म्हैं अंकिता पुरोहित favorites Share मां कद झलाया सगळा बरत ठाह नीं पण करूं म्हैं नेम सूं, बरत... Rajasthani · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 170 Share Rajdeep Singh Inda 6 Mar 2023 · 1 min read मां रा सपना गुमसुम सी रैवै है मां बापू रै जायां पछै ! सूरज उगण सूं पैलां'इज नहा'र ओढ़ लेवै है हळ्कै रंग री ओढ़णी अर लगा लेवै आपरै सूनै माथै पर गंभीरता... Rajasthani · मां · मां बेटा · मां रा सपना · राजदीप सिंह इन्दा की कविता · स्वप्न 1 1 594 Share लक्की सिंह चौहान 5 Apr 2022 · 6 min read बनेड़ा रै इतिहास री इक झिळक............. बनेड़ा, मन ळुभावण मंगरा चारों कांनी सूं घिर'यो इक कस्बाई नगर। इक कांनी ऐतिहासिक महल, तो दूजी कांनी हरियाळी री सौंदर्य सूं भरियोडो राम सरोवर, अर बीचाळै बस्योडी ह नगरी।... Rajasthani · Article 1 1k Share हरीश सुवासिया 10 Apr 2022 · 1 min read मन बस्या राम मन बस्या राम राम नाम ने रटता रेवो, मिटजा सगळी पीर। राम करम फल उजळा , राखो मन में धीर।। भली सोच राखो नित, राम बसै घट-घट आस। जुगती रैवे... Rajasthani · Poem 1 1 369 Share लक्की सिंह चौहान 15 Nov 2022 · 2 min read मनड़ा री वात मायड़ धरा नै छोड्या आज 1 मास हौवण आया, पण उण री ओल्यूं रैर-रैर आवै है। जिंदगी री गांड़ी धकै हांकण सारु मोटियार परदेस कांनी मुंड़ो करै ह। परदेसा रा... Rajasthani 1 223 Share Dr Meenu Poonia 7 Sep 2022 · 2 min read " डीमक रूपी सरकारी अफसर " " डीमक रूपी सरकारी अफसर " आज मैं थामनै राज की बात बताऊं सूं बड़ला अधिकारियां की असल्योड़ी स्यामी ल्याऊं सूं, कोपरेटिव बैंका मैं रोज घोटाला होवैं सैं सारी खबर... Rajasthani · कविता 1 178 Share Dr Meenu Poonia 3 Dec 2022 · 1 min read " जाड्डडो आगयो" " जाड्डडो आगयो" नवंबर महीनो जाड्डडो लायो तावड़े मै बैठकीं सारा सिकांगा जाड्डडां की तो बात ए न्यारी सै गरम गरम रजाई मै सोवांगा, गुड़ आली गज्जक खावांगा पूनिया तो... Rajasthani · कविता 1 189 Share gurudeenverma198 2 Mar 2023 · 1 min read होली रो यो है त्यौहार होली रो यो है त्यौहार, जीभर रंग लगाबा दयो। बजबा दयो चंग बाजा तैं, जीभर मनैं नचबा दयो।। होली रो यो है त्यौहार------------------------------।। (होली है होली, यह होली है होली)... Rajasthani · गीत 373 Share gurudeenverma198 28 May 2023 · 1 min read मारुति मं बालम जी मनैं (शेर)- देखो सगली दुनिया आज,जावै हैं देखण मेलों। मारुति मं बालम मनैं भी, ले चालो दिखाणे मेलों।। ---------------------------------------------------------------- मारुति मं बालम जी मनैं। मेलों दिखावो तैं आज मनैं।। शॉपिंग करा... Rajasthani · गीत 320 Share लक्की सिंह चौहान 16 Apr 2024 · 1 min read बाजार री चमक धमक बाजार री शोभा देख'र, मनडो बिळमा जावै । जिण री जरुरत कीं कौनी, पण लोगां नै करता देख, चाहणा जगावै। चाहना रै लारै आंधो हुयौ मिनख, बळदां ज्यूं खप जावै... Rajasthani · कविता · मायण भासा 56 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 21 Mar 2024 · 1 min read जीवन ज्योति 💐💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐💐 बाती मंदी होयगी , बीत्यो सारो तेल । जाणियो ही जाण सकै ,इण बातां रो खेल ।। भवानी सिंह 'भूधर' बड़नगर , जयपुर Rajasthani · दोहा 52 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 21 Mar 2024 · 1 min read मेरी किस्मत 💐💐दोहा निवेदन💐💐 मूंड पचायो मैं घणो , कोना हुयो निहाल । किस्मत ऐसी दोगली , बैठा दी पाताल ।। भवानी सिंह 'भूधर' बड़नगर जयपुर Rajasthani · दोहा 46 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 21 Mar 2024 · 1 min read विदाई राजस्थानी में लिखने का प्रयास 💐💐💐 कुण्डलिया छन्द 💐💐💐 डोली बैठी डावड़ी , कर परदा री ओट । काळजो फाटण हुयो , लगि मोकळी चोट ।। लगि मोकळी चोट ,... Rajasthani · कुण्डलिया 46 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 20 Mar 2024 · 1 min read असल सूँ साबको 💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐 कोरा लाडू मन गढ़ै , घणेरा लगैं स्वाद । हुयो असल सूँ साबको,आँख्यां खुलण र बाद ।। भवानी सिंह 'भूधर' बड़नगर , जयपुर Rajasthani · दोहा 30 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 20 Mar 2024 · 1 min read बांदरो 💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐 ड्योढ़ी बैठ्यो बांदरो , रह्यो झुक झुक झाँख । पलक झपकतां ले गयो,रहगी फाटी आँख ।। भवानी सिंह 'भूधर' बड़नगर , जयपुर Rajasthani · दोहा 31 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 20 Mar 2024 · 1 min read माणुष 💐💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐💐 माणष मोती चावतो , ढूँढ़ै नित नित सींप । सींपी जीवण पाळती ,माणुष पाळै खींप ।। माणुष पाळै खींप , सींप को जीव बिसारै पेट जीव को फाड़... Rajasthani · कुण्डलिया 39 Share ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर 12 May 2022 · 1 min read जुदाई! शीर्षक - जुदाई! विधा - राजस्थानी गीत परिचय - ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. रघुनाथगढ़, सीकर राज. पिन - 332027 मो. 9001321438 घम्म-घम्म घम्मकै बादळी मारू जी रे!(टेक) थे... Rajasthani · Folk Song 208 Share लक्की सिंह चौहान 19 Jan 2024 · 1 min read मायड़ भौम रो सुख मायड़ भौम थारो हेत, परदेश मांही रिजावै ह, आज थारै आंचळ मांही आ'र, मनडो घणो सुख पावै ह।। बालपणा री बातडळिया, दैख थनै याद आवै ह। भायळा रै लारै साईकिल... Rajasthani 119 Share लक्की सिंह चौहान 1 Aug 2022 · 1 min read राखडळी सावण री आ पूनम आई, राखड़ळी री खुशीयां लाई। घणी हरख सूं, घणा चाव सूं, बेनड़ ने नूत बुलाई॥ बेनड़ जद बारणे आई, खुशीयां चहुं ओर छाई। बीर ने देख... Rajasthani · कविता 289 Share रंगीलो राजस्थानी कविता | Anjas 24 Jul 2023 · 3 min read Famous Poets from Rajasthan | Anjas जूनौ कोस राजस्थान रो प्राचीन साहित्य संग्रै An archive of Rajasthani literature from c1200 to c1900. Includes Charan, Jain and Sant Sahitya in both Dingal and Pingal and various styles/forms... Rajasthani · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · दोहा 228 Share gurudeenverma198 28 Aug 2023 · 1 min read राखी रे दिन आज मूं , मांगू यही मारा बीरा (शेर)- भूल मत जाजै बीर मारा, थारी बहण री या बात। रखजै थारी बहण री लाज, देकर हमेशा तू साथ।। लग जावै मारी उम्र भी तनै, भगवान सूं यही मांगू... Rajasthani · गीत 124 Share gurudeenverma198 22 Aug 2023 · 1 min read घणो लागे मनैं प्यारो, सखी यो सासरो मारो (शेर)- मन नहीं करै मारो, छोड़ जावां नै सासरो। लागे पीहर जस्यो मनैं, सच यो मारो सासरो।। सगळा करै यहाँ प्यार मनैं, झूठ क्यूं मूं बोलूं। स्वर्ग अर मंदिर जस्यो... Rajasthani · गीत 388 Share रंगीलो राजस्थानी कविता | Anjas 24 Jul 2023 · 1 min read Ghazals | Famous Rajasthani Ghazal | Anjas ग़ज़लां राजस्थानी ग़ज़ल री परम्परा घणी लांबी है। अठै उणी'ज परम्परा री बानगी सरूप ग़ज़लां रौ संग्रै करियोड़ो है। अतुल कनक अब्दुल समद ‘राही’ आनन्द प्रिय आशा पाण्डेय ओझा कामण... Rajasthani · कविता · ग़ज़ल · गीत · दोहा 430 Share gurudeenverma198 15 Aug 2023 · 1 min read घणो ललचावे मन थारो,मारी तितरड़ी(हाड़ौती भाषा)/राजस्थानी) (शेर)- हो ग्यो आबाद घर वू , जिण घर तू आई है। रोज बणे पकवान वहाँ, तू दिवाळी लाई है।। बदल दी तूने सूरत, उण घर और भरतार री। खुशकिस्मत... Rajasthani · गीत 223 Share